प्रसिद्ध किताब कौतिक 16 मार्च से कुमाऊँ की आर्थिक राजधानी में।
किताब कौतिक यानि पुस्तकों का मेला। |
उत्तराखंड में 'किताब कौतिक' नाम से प्रसिद्ध 'पुस्तक मेला' 16 एवं 17 मार्च को हल्द्वानी में आयोजित होगा। जिसमें 70 प्रकाशकों की लगभग 75000 पुस्तकें उपलब्ध रहेंगी। इसके अलावा किताबों के इस कौतिक में साहित्यिक परिचर्चा, पुस्तक विमोचन, विज्ञान एवं रंगमंच समेत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे।
उत्तराखंड में बच्चों को किताबों के प्रति रुचि बढ़ाने के उद्देश्य से क्रिएटिव उत्तराखंड-कुमाउनी आर्काइव टीम का किताब कौतिक अभियान" देशभर में चर्चित हो गया है। प्रदेश के विभिन्न जनपदों में सफल आयोजन के बाद अब किताब कौतिक कुमाऊं की आर्थिक राजधानी हल्द्वानी में भी आयोजित होगा। जो शहर के रामपुर रोड स्थित एच. एन. इंटर कॉलेज परिसर में आगामी 16 और 17 मार्च 2024 को होगा।
किताब कौतिक का यह कार्यक्रम पहले फरवरी माह में प्रस्तावित था, शहर में अचानक उत्पन्न हुई अशांति के कारण स्थगित करना पड़ा था। पिछले एक साल में टनकपुर, बैजनाथ, चंपावत, पिथौरागढ़, द्वाराहाट, भीमताल और नानकमत्ता में "किताब कौतिक" आयोजित हुए हैं, जिनमें अब तक 50 हजार से ज्यादा लोग शामिल हो चुके हैं।
क्रिएटिव उत्तराखंड के हेम पंत और उनकी टीम किताब कौतिक के इस कारवां को जारी रखने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। उन्होंने बताया हल्द्वानी में होने वाले इस आयोजन के दौरान 70 प्रकाशकों की लगभग 75,000 पुस्तकें उपलब्ध रहेंगी। साथ ही कार्यक्रम को बहुआयामी बनाने के लिए साहित्यिक परिचर्चा, पुस्तक विमोचन, विज्ञान और रंगमंच कार्यशाला, दूरबीनों से तारा अवलोकन, नेचर वॉक, स्वयं सहायता समूहों के स्टॉल व प्रसिद्ध लेखकों से सीधी बातचीत करवाई जाएंगी।
उन्होंने कहा यह कार्यक्रम दोनों दिन सुबह 10 बजे से शाम 8 बजे तक होगा और सभी के लिए प्रवेश निःशुल्क रखा गया है। उन्होंने अभिभावकों से विशेष अनुरोध करते हुए कहा है कि वे अपने बच्चों के इस कार्यक्रम में अवश्य लाएं।
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क्या है किताब कौतिक
बच्चों और युवाओं में पढ़ने की प्रवृति को विकसित करने के लिए उत्तराखंड के युवाओं की एक टीम द्वारा पिछले एक साल से प्रदेश के विभिन्न जनपदों में एक पुस्तक मेले का आयोजन किया जा रहा है, जिसे उन्होंने 'किताब कौतिक' नाम दिया है। ज्ञात हो 'कौतिक' उत्तराखंड में मेले को कहा जाता है। युवाओं द्वारा आयोजित इस किताब कौतिक में लोगों को पुस्तकों के अलावा विज्ञान रंगमंच कार्यशाला, दूरबीनों तारा अवलोकन, नेचर वॉक समेत विभिन्न साहित्यिक गतिविधियां देखने को मिलती है।