'इतनी शक्ति हमें देना दाता, मन का विश्वास कमजोर हो ना' प्रार्थना से जहाँ दिन की शुरुआत हो, वहां सकारात्मक माहौल स्वतः ही बन जाता है। चाहे विद्यालय में बच्चों द्वारा गाई जाए ये प्रार्थना या अन्य जगहों में, यह सभी जगह सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है। इस प्रार्थना की पंक्तियां दाता यानि ईश्वर से सिर्फ इतनी ऊर्जा की मांग करती हैं जिससे उनके मन का विश्वास कम न हो यानि उनका मन कभी न डगमगाये और वे एक अच्छे मार्ग पर चल सकें और उनसे भूल से कोई भी गलती न हो पाए।
'Itni Shakti Hamen Dena Data' विश्व प्रसिद्ध गीत राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह द्वारा कलाश्री पुरस्कार से सम्मानित सिने गीतकार स्वर्गीय अभिलाष ने लिखा है। इस गीत की लोकप्रियता इतनी है कि इसका अब तक विश्व की आठ से अधिक भाषाओं में अनुवाद किया जा चुका है। आज भी हजारों विद्यालयों में प्रार्थना के रूप में यह गीत गाया जा रहा है। वर्ष 1985 में फिल्म अंकुश के लिए संगीतकार कुलदीप सिंह ने इस गीत को संगीतबद्ध किया था। इस प्रार्थना की पूरी पंक्तियाँ इस प्रकार हैं -
Itni Shakti Hamen Dena Data Lyrics in Hindi ( इतनी शक्ति हमें देना दाता लिरिक्स हिंदी में )
इतनी शक्ति हमें देना दाता
मन का विश्वास कमज़ोर हो ना
हम चलें नेक रास्ते पे हमसे
भूलकर भी कोई भूल हो ना...
हर तरफ़ ज़ुल्म है बेबसी है
सहमा-सहमा सा हर आदमी है
पाप का बोझ बढ़ता ही जाये
जाने कैसे ये धरती थमी है
बोझ ममता का तू ये उठा ले
तेरी रचना का ये अन्त हो ना...
हम चले...
दूर अज्ञान के हो अन्धेरे
तू हमें ज्ञान की रौशनी दे
हर बुराई से बच के रहें हम
जितनी भी दे, भली ज़िन्दगी दे
बैर हो ना किसी का किसी से
भावना मन में बदले की हो ना...
हम चले...
हम न सोचें हमें क्या मिला है
हम ये सोचें किया क्या है अर्पण
फूल खुशियों के बाटें सभी को
सबका जीवन ही बन जाये मधुबन
अपनी करुणा को जब तू बहा दे
कर दे पावन हर इक मन का कोना...
हम चले...
हम अन्धेरे में हैं रौशनी दे,
खो ना दे खुद को ही दुश्मनी से,
हम सज़ा पाये अपने किये की,
मौत भी हो तो सह ले खुशी से,
कल जो गुज़रा है फिर से ना गुज़रे,
आने वाला वो कल ऐसा हो ना...
हम चले नेक रास्ते पे हमसे,
भूलकर भी कोई भूल हो ना...
इतनी शक्ति हमें देना दाता,
मन का विश्वास कमज़ोर हो ना...
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Itni Shakti Hamen Dena Data Lyrics in English
Itni
Shakti Hamen Dena Data
Manakaa
Vishwas Kamazor Ho Naa
Ham
Chalen Nek Raaste Pe Hamse
Bhulakar
Bhi Koi Bhul Ho Naa...
Har
Taraf Zulm Hai Bebasi Hai
Sahama-Sahama-Sa Har Aadamii Hai
Paap
Ka Bojh Badhta Hi Jaye
Jane
Kaise Ye Dharatii Thami Hai
Bojh
Mamata Ka Tu Ye Uthaa Le
Teri Rachana Ka Ye Ant Ho Naa...
Ham
Chale...
Dur
Agyan Ke Ho Andhere
Tu
Hamen Gyan Ki Raushani De
Har
Burai Se Bachake Rahen Ham
Jitani Bhi De, Bhali Zindagi De
Bair
Ho Naa Kisika Kisise
Bhavana Man Men Badale Ki Ho Naa...
Ham
Chale...
Ham
Na Sochen Hamen Kya Milaa Hai
Ham
Ye Sochen Kiyaa Kya Hai Arpan
Phool
Khushiyon Ke Baten Sabhi Ko
Sabaka Jivan Hi Ban Jaye Madhuban
Apani Karuna Ko Jab Tu Baha De
Karade
Paavan Har ek Man Ka Kona...
Ham
Chale...
Ham
Andhere Men Hain Raushani De,
Kho
Na De Khud Ko Hi Dushmani Se,
Ham
Saza Paye Apane Kiye Ki,
Maut
Bhi Ho To Sah Le Khushi Se,
Kal
Jo Guzara Hai Phirase Naa Guzare,
Aanevaala Wo Kal Aisa Ho Na...
Ham
Chale Nek Raste Pe Hamase,
Bhulakar
Bhi Koi Bhul Ho Na...
Itni Shakti Hamen Dena Data,
Mana Ka Vishwas Kamazor Ho Na...