Lyrics : Haye Teri Rumala Gulabi Mukhad | हाई तेरी रुमाला गुलाबी मुखड़ी।
कुमाऊंनी परिधान में उत्तराखण्ड की एक महिला | फोटो साभार : गूगल। |
उत्तराखण्ड के महान गायक स्व० गोपाल बाबू गोस्वामी जी का एक सुपरहिट गीत है 'हाई तेरी रुमाला, गुलाबी मुखड़ी, के भली छाजि रै नाक की नथुली।' जो वर्षों से आज भी लोगों के मन पसंद गीतों की कतार में सर्वोपरि है। नौजवान हों या बूढ़े, हर आयुवर्ग के श्रोता इस गीत को सुनते हैं। श्रृंगार रस से परिपूर्ण इस गीत में नायक अपनी नायिका के सुन्दर रूप, आभूषण और वेशभूषा को इंगित करते हुए कहता है -
हाई तेरी रुमाला गुलाबी मुखड़ी,
के भली छाजि रै नाक की नथुली।
तेरी के भली छजी रे नाक की नथुली।
हाई तेरी रुमाला....
गवें गुलोबन्दा हाथूं की धागुली,
चमा चमा चमकी रै कपाई की बिंदुली।
ओ चमा चमा चमकीरे कपाई बिंदुली।
हाई तेरी रुमाला....
सनीले घाघरी, मख़मली आँगड़ी,
क़े भली छाजी रै रंगीली पिछौड़ी।
तेरी गवें जंजीरा, हाथों में पौंछिया,
छण-छण छणकनी कलाई चुड़ियां।
हाई तेरी रुमाला, गुलाबी मुखड़ी,
के भली छाजि रै नाक की नथुली।
तेरी के भली छाजि रे नाक की नथुली।
हाई तेरी रुमाला....
स्वर्गीय गोपाल बाबू गोस्वामी जी द्वारा गाये इस सुपरहिट गीत को यहाँ सुनिए-